Tuesday, July 31, 2012

3 Years, 11 Months, & 1Day

तीन साल ग्यारह महीने और एक दिन, समय कैसे निकल गया पता ही नही चला!
कल की बात लगती है जब मैं अपनी पहली कम्पनी SBI Life को छोड कर CLife (नाम परिर्वतन) में आया था। नयी कम्पनी, नये लोग, नया काम। एक छोटा सा अोफिस, गिने चुने लोग। पहले पहले तो लगा कहाँ पर आ गया हूँ पर फिर धीरे धीरे दोस्त बनते चले गये और यादें बनती गई।
बीमा कम्पनी में काम के दबाव के बीच भी हमारी अजमेर टीम हमेशा एकजुट रही। काम के साथ खुब सारी मस्ती मजाक एक अलग ही वातावरण बनाता था। मेरा हमेशा से मानना रहा हैं कि हम अपने दिन के आठ से दस घण्टे आेफिस में बिताते हैं इसलिए काम कें साथ मौज मस्ती का समन्वय  बनाना बेहद जरुरी हैं। चाहें कोई त्योहार हो या जन्मदिन कि पार्टी, हर बार सभी के सहयोग से शानदार जशन!!!
जब काम की बात आए तो हम किसी से कम नही थे। जोश के साथ होश, काम के साथ मोज कुछ एेसा था हम सभी का तरीका। सभ कुछ सही चल रहा था।
फिर ना जाने क्या हुआ, ना जाने किसकी नजर लगी। धीरे धीरे सब बिगडता चला गया। काम करने वालो पर ज्यादा काम करने का दबाव, काम ना करने वालो को अजीब सी रिहायत, आपसी स्पर्धा बढाने के नाम पर एक अजीब सा पर बहूत गंदा, असहनीय वातावरण चारो आेर ऎसा फैला कि एक अच्छी टिम बुरी, नकारा, नाकाबील कही जाने लगी।
अपने समय के दिग्गज, नामी गीरामी कम्पनी से अाएे हूएे काबिल कर्मचारी एकाएक नकाबिल लोगो कि सूची में आ गये। धीरे धीरे कुछ लोग दबाव में तो कुछ अपने आत्मसम्मान में छोड कर चले गये।
सब कुछ मेरी आँखो के सामने हुआ।
फिर भी अ़ग्रेजी में कहते हैं ना 'SHOW MUST GO ON'
सभी पूराने साथियो के जाने एवं सब से पुराना कर्मीक होने के नाते मेने अपनी तरफ से टिम मे वो ही एकजुटता व ब्राचॅ को वापस खडा करने के अपनी तरफ से हर संम्भव प्रयास किये। पर कभी कभार आपके प्रयास सार्थक नही हो पाते।
बिना किसी के लिएे सोचे, अपने ग्रहकों को दरकिनार करते हुऎ, ब्रॅाच को बचाने हेतु बिना कोई प्रभावी प्रयास के, कम्पनी कि गलत नीतियो कि वजह से 23 फरवरी 2012 को अजमेर ब्रॅाच बन्द कर दी गई।
शुरु से अंत तक का सफर अपनी आँखो में लिऎ 01 अगस्त 2012 को CLife को मेरा आखरी सलाम।
धन्यवाद उन सभी दोस्तो को जो इस सफर में मुझसे मिले, उनके सहयोग के लिऎ, और जो सम्मान उन्होने इस सफर में मुझे दिया।
हर सफर में कुछ खट्टे मिठ्ठे, अच्छे बुरे अनुभव होते हैं। पर अच्छा यही हैं की हम अच्छी यादो को संजोएे एवं बुरी यादो को भूल जाएे।
तो सभी सुखद यादों के साथ सभी साथियो को अलविदा और भविष्य के लिऎ शुभकामनाऎ ॥

No comments:

Post a Comment